आंवला एक प्रकार का फल है जो विशेष रूप से एशिया के कुछ हिस्सों में उगता है जिसमें से एक भारत है यहां आंवला अधिक मात्रा में और कई जगहों पर उगाया जाता है।
भारत में सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में आंवला का उत्पादन सर्वाधिक होता है। आयुर्वेद में आंवले का बहुत महत्व है क्योंकि यह बहुत सारे पोषक तत्वों का धनी है इसलिए इसका प्रयोग कई प्रकार की आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी किया जाता है।
चलिए यह तो बात हुई कि आंवला कहां कहां पाया जाता है और कहां उसका उत्पादन अधिक होता है। अब बात करते हैं कि उसकी उत्पत्ति कहां से हुई ?
“मान्यता के अनुसार प्राचीन समय में जब पृथ्वी जलमग्न हो गई थी तब ब्रह्माजी कमल पर विराजमान होकर तपस्या कर रहे थे तपस्या करते करते उनकी आंखों से ईश-प्रेम के आंसू टपकने लगे और ऐसा माना जाता है कि उन्ही आंसुओं से आंवले की उत्पत्ति हुई”।
अब आप सोच रहे होंगे कि मैं यह सब आपसे क्यों शेयर कर रही हूं?
हममें से ज्यादातर मनुष्य धार्मिक है और जो धर्म पर विश्वास रखते हैं वह समझ सकते हैं कि जिस वस्तु या फल की उत्पत्ति इतनी शुद्धता से हुई हो वह अपने आप में कितने गुण समेटे हुए होगा।
अब बात करते हैं कि आंवला में क्या-क्या पोषक तत्व पाए जाते हैं
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आंवला एस्कोर्बिक एसिड (विटामिन सी) और केराटिन का बहुत अच्छा स्रोत है केराटिन एक प्रकार का प्रोटीन होता है जो हमारे बालों और नाखूनों में पाया जाता है आपने सुना होगा लोग आजकल पार्लर में जाकर केराटिन ट्रीटमेंट लेते हैं और बहुत पैसे खर्च करते हैं परंतु यदि आप आंवला का सेवन नियमित रूप से करते हैं तो शायद आपको जरूरत ही ना पड़े केमिकल ट्रीटमेंट की जो कि हमारे शरीर के लिए हानिकारक होते हैं।
आइए जानते हैं कि आंवला के क्या क्या लाभ है हमारे जीवन में जिनके बारे में जानकर हम आंवला को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना पाए।
आंवला विटामिन सी का बहुत अच्छा स्रोत होने के कारण यह हमारे चेहरे और त्वचा के लिए बहुत लाभकारी होता है इसके नियमित इस्तेमाल से आप कुछ दिनों में देख सकते हैं कि आपके चेहरे और त्वचा में एक चमक सी आ जाती है। यह anti-aging का कार्य भी करता है जिससे चेहरा काफी समय तक जवां बना रहता है।
आंवला में फाइबर की उच्च मात्रा पाई जाती है जिसके कारण यह मल त्याग की क्रिया को रेगुलेट करता है और पाचन रोग जैसे कब्ज, दस्त,भोजन के अवशोषण, पाचन तथा गैस्ट्रिक समस्या आदि से राहत दिलाता है।
आंवला कैल्शियम का अच्छा स्रोत है इसके नियमित सेवन से आप हड्डियों से संबंधित विकारों से आसानी से बच सकते हैं।
इसके अलावा आंवला में एंटी इन्फ्लेमेंटरी, एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी की प्रचुर मात्रा होने के कारण यह अन्य और भी बीमारियों में लाभदायक होता है जैसे कैंसर और इम्यूनिटी बढ़ाने आदि में।
अब तक हमने आंवले की उत्पत्ति उसके पोषक तत्व और उसके लाभ के बारे में जाना। अब जानते हैं कि इसका इस्तेमाल किस रूप में किया जाए जिससे हम इससे मिलने वाले लाभों का लुफ्त उठा सकें।
नोट- यह सब पढ़ने के बाद आप जान गए होंगे कि आंवला आयुर्वेद में कितना महत्व रखता है इसलिए आप सभी से विनती है की बाहर की विटामिन सी की गोलियां खाने से बेहतर है आप आंवले का इस्तेमाल करें जो आपको अनेकों फायदे देगा।
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