#BackToKolkata: सुनहरी यादों का सफ़र
आज बहुत दिन बाद वापिस कोलकाता आना हुआ. जब पहली बार यहाँ आया तो मेरे जैसे नोर्थ इंडीयन के लिए ये एकदम अलग ग्रह पर आने जैसा था. यहाँ के लोगों, रास्तों और संस्कृति का बिल्कुल भी अंदाज़ा नहीं था. पर आज यहाँ के रास्ते और लोग मुझे नोस्टलजिया शब्द का अर्थ महसूस करा रहे … Read more